भारत सरकार ने कुछ ही समय पहले एक कोरोना ट्रैकिंग ऐप Aarogya Setu लॉन्च की थी। यह यूजर्स के बीच बेहद लोकप्रिय हुई है। लेकिन इसकी प्राइवेसी और डाटा सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। दरअसल, मंगलवार को एक हैकर एलिअट अल्डरसन जो एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी हैं, ने दावा किया था कि Aarogya Setu ऐप में सिक्योरिटी को लेकर कुछ खामी है। इस खामी से 9 करोड़ भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी को खतरा है। हालांकि, अब भारत सरकार ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। सरकार का कहना है कि इस ऐप में यूजर की प्राइवेसी और डाटा एकदम सुरक्षित हैं। इस ऐप में अभी तक कोई खामी सामने नहीं आई है।
सरकार ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें कहा गया है, ”इथिकल हैकर्स की तरफ से यूजर्स के निजी जानकारी को नुकसान पहुंचने के रिस्क की कोई भी बात साबित नहीं की गई है।” सरकार ने यह भी कहा है कि ऐप का सिस्टम लगातार अपडेट होता रहता है। इस समय-समय पर अपग्रेड किया जाता है। साथ ही यह भी कहा है कि टीम Aarogya Setu यह भरोसा भी दिलाती है कि यूजर्स का डाटा का पूरा ध्यान रखा ज रहा है। सिस्टम में किसी भी तरह की खामी का पता नहीं चला है। सरकार ने ट्वीट में प्वाइंट्स में जवाब दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने हैकर्स से इस बात की चर्चा की है। देखें ट्वीट:
Statement from Team #AarogyaSetu on data security of the App. pic.twitter.com/JS9ow82Hom
— Aarogya Setu (@SetuAarogya) May 5, 2020
Aarogya Setu ऐप से इस तरह कर सकते हैं खुद की जांच:
- इस ऐप के जरिए ऐप खुद की जांच भी कर सकते हैं। यहां पर पहले आपसे आपका जेंडर पूछा जाएगा।
- इसके बाद उम्र की जानकारी ली जाएगी।
- फिर बुखार, खांसी, कफ जैसे लक्षणों की जानकारी देनी होगी।
- इसके बाद यूजर को डायबिटीज, हाइपरटेंशन, फेफड़े संबंधी बीमारी, दिल की बीमारी की डिटेल देनी होगी।
- फिर 14 दिन की अंतरराष्ट्रीय यात्रा के सवाल पूछे जाएंगे।
- इसी के आधार पर यह बताया जाएगा कि आप पर इस वायरस का खतरा है या नहीं।
- इसमें कुछ कलर के निशान की जानकारी भी दी गई है। हरे निशान वाले यूजर्स को कम खतरा होगा।
- अगर पीला निशान आए तो आपको कहा जाएगा कि आपको बहुत जोखिम है’ तो आपको सबसे पहले हेल्पलाइन में संपर्क करना चाहिए।
- यूजर को यही से हेल्थ सेंटर्स बटन पर क्लिक कर देना होगा। इससे आपको लोकेशन की जानकारी मिल जाएगी।