Mahashivratri 2021 : महाशिवरात्रि का पावन पर्व आज, कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का तांता

देशभर में आज महाशिवरात्रि (MahaShivratri) का पावन त्यौहार मनाया जा रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर भोले बाबा की पूजा अर्चना करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शिवालयो में नजर आ रही है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने के 14वें दिन अंधेरे पखवाड़े में हर साल महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। मान्‍यता है कि इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ाने से भक्‍तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

कोरोना वायरस महामारी के बीच, राज्य सरकारों की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रतिबंध और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, काठमांडू का प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर, जो आमतौर पर महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों तीर्थयात्रियों से भरा रहता है, इस साल स्वास्थ्य संकट के कारण लोगों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है।

इस बीच, हर साल की तरह इस बार भी उत्तराखंड के हरिद्वार में हजारों शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि के अवसर पावन डुबकी लगाई। हरिद्वार में आयोजित कुंभ-2021 मेले में आज महाशिवरात्रि को पहला शाही स्नान है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूजा की। एक श्रद्धालु ने बताया कि यहां प्राचीन समय से शिवरात्रि का मेला लगता है। लोग यहां दर्शन के लिए रात से ही लाइन में लग जाते हैं।

शिव का अभिषषेक करने से ऐश्वर्य की होगी प्राप्ति

भगवान शिव जल से प्रसन्न होने वाले देव हैं। इसलिए शिवलिंग का जलाभिषेक करने की परंपरा है। शहद, गन्ने का रस, नारंगी का रस, अंगूर का रस और नारियल पानी से भोले बाबा का अभिषेक करने से धन, ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति भी होती है।

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