नए वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण आज यानी 10 जनवरी को है। यह पौष मास की पूर्णिमा को लगने वाला है। यह आज रात 10:39 बजे से शुरू होकर 11 जनवरी के तड़के 02:40 बजे तक है। इस चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को अपना खास ध्यान रखना होगा। अगर आप भी इनमें से एक है तो आपको उसे चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचाना होगा। तो चलिए जानते हैं कि आप इससे किस तरह बच सकती हैं।
- गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान अन्न, जल या फल न खाएं। आपको बता दें कि ग्रहण में भजन करना या पानी पीना मना किया गया है।
- चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को कैंची, सुई या चाकू जैसी नुकीली वस्तुएं इस्तेमाल करने से बचना होगा।
- इस दौरान महिलाओं को भगवान का ध्यान करना होगा। यह बच्चे के लिए अच्छा होता है।
- ग्रहण खत्म होने के बाद जरूर नहाएं। ग्रहण काल में स्नान करना वर्जित होता है।
- अगर आपका चंद्रमा कमजोर है तो आपको ग्रहण काल में ओम चंद्राय नम: का जाप करना होगा।
- चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी भगवान की मूर्ति को हाथ न लगाएं। ग्रहण के बाद जब आप नहा लें तो आप भगवान की मूर्तियों को भी गंगाजल से स्नान करा दें। इसके बाद ही पूजा करें।
- जैसे ही ग्रहण खत्म हो तो घर में गंगाजल छिड़के। इससे नकारात्मकता दूर होती है।
- ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को तुलसी का पत्ता गंगा जल के साथ ग्रहण करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय चंद्रमा को न देखें। इससे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- गर्भावस्था में ग्रहण काल के दौरान कपड़ों की सिलाई करना भी मना होता है।
- चंद्र ग्रहण के समय नकारात्मकता को दूर करने के लिए गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए।