Tibetan Meditation: चाहिए खुशहाल जिंदगी तो करें तिब्बती मेडिटेशन

तिब्बती मेडिटेशन के बारे में सुना जाता है कि यह मन, व्यवहार और शरीर के बीच संबंध को बनाए रखने का काम करती है। यह मेडिटेशन इसी संबंध पर जोर देती है। जब भी हम ध्यान लगाते हैं तो हमारा मन इधर-उधर भागने लगता है। लेकिन तिब्बती मेडिटेशन आपके भागते हुए दिमाग को शांत करने का काम करता है। इस मेडिटेशन के जरिए व्यक्ति अपनी जिंदगी को स्वस्थ और खुशहाल बना सकता है। आज इस पोस्ट के जरिए हम आपको बताएंगे कि तिब्बती मेडिटेशन के जरिए कैसे दिमाग को शांत किया जा सकता है और दिमाग और शरीर के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा जाता है।

इस तरह करें तिब्बती मेडिटेशन:

1. सबसे पहले व्यक्ति को दिमाग को शांत और साफ रखने की जरुरत है। ऐसे में ध्यान में जाने से पहल दिमाग में चल रही सभी चीजों को निकाल दें। इसके बाद आराम से बैठ जाएं और ध्यान की प्रक्रिया शुरू करें। फिर ध्यान केंद्रित करें।

2. इस दौरान आप कोई भी एक चीज प खुद को लें और उस पर ध्यान केंद्रित करें। तिब्बती मेडिटेशन में लोग बौद्ध की मूर्ति पर ध्यान लगाते हैं। तब तक ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें जब तक आपके लिए आपके आस-पास का शोर खत्म न हो जाए।

3. मेडिटेश के दौरान आपको अपनी आंखें बंद करनी होंगी। दिमाग को पूरी तरह से उसी एक चीज पर केंद्रित करें। बता दें कि ऐसा भी हो सकता है कि किसी वस्तु पर आप पूरी तरह से ध्यान केंद्रित न कर पाएंगे। पहली बार ऐसा होना संभव है। लेकिन अभ्यास करते-करते आपका दिमाग तैयार हो जाएगा।

4. आपको अपनी सांस पर भी फोकस करना होगा। दिमाग को स्थिर रखें जिससे आपके दिमाग में अगर कोई विचार हो भी तो वो खत्म हो जाए। सांस पर ध्यान देना शुरू करें। खुद को प्रकृति और मानवता के बीच की कड़ी के रूप में सोचें। साथ खुद को प्रकृति से जोड़ने की कोशिश करें।