सर्पगंधा एक रामबाण औषधि है। यह एक आयुर्वेदिक पौधा है जो भारत समेत विश्व के कई अन्य देशों में मिलता है। इसे सर्पेंटीन तथा स्नेक रूट भी कहा जाता है। इसकी पत्तियों का रंग हरा होता है। वहीं, फूल का रंग सफेद होता है। इसके जड़ें भूरी होती हैं। अगर सांप काट लें तो इसका इस्तेमाल दवा के तौर पर भी किया जाता है। इसी केच लते इस पौधे को सर्पगंधा कहा जाता है। यह भी कहा जाता है कि अगर इस पौधे को घर पर लगाया जाए तो सांप नहीं आता है। यह कई बीमारियों में भी फायदेमंद होता है। इसे अनिद्रा, हिस्टीरिया और तनाव के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि स्रपगंधा की जड़ का अर्क उच्च-रक्तचाप के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह इसके लिए रामबाण औषधि है। पत्तियों का रस नेत्र ज्योति बढ़ाने में मददगार है। तो चलिए जानते हैं इसके फायदे-
पेट संबंधी कई परेशानियों से दिलाता है निजात:
इसमें एल्कलॉइड मौजूद होता है जिसके सेवन से पेट संबंधी विकार दूर हो जाते हैं। इसके लिए आपको सर्पगंधा का पाउडर रोजाना पानी के साथ लेना होगा। इससे कब्ज, बदहजमी, अपच और पेट की कृमि जैसी समस्याओं से निजात मिल जाता है।
अनिद्रा में भी है मददगार:
इसमें सेरोटोनिन भी पाया जाता है। इसका काम होता है कि ये ब्रेन के सेल के बीच संदेश पहुंचाए। इससे नींद अच्छी आती है। आसान शब्दों में समझा जाए तो सर्पगंधा में पाया जाने वाला सेरोटोनिन अनिद्रा को खत्म करता है।
तनाव:
कहा जाता है कि सर्पगंधा के अर्क का रस तनाव के लिए फायदेमंद होता है। अगर यह रस पिया जाए तो तनाव से निजात मिलता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। यह तनाव और अवसाद में फायदेमंद साबित होते हैं।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त तरीके केवल जानकारी मात्र हैं। उपरोक्त में से किसी भी तरीके को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह जरूर लें।