एक समय था जब मोबिलिटी का भविष्य पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कारों के इर्द-गिर्द माना जाता था। लेकिन हाल के महीनों में विशेषज्ञों के अनुमान को झटका लगा है, क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में कमी और हाइब्रिड वाहनों की लोकप्रियता में इजाफा हो रहा है। हाल ही में भारत में एक सर्वे हुआ, जिसमें सामने आया कि अधिकतर भारतीय ग्राहक इलेक्ट्रिक कारों की बजाय हाइब्रिड कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं। Grant Thornton Bharat द्वारा किए गए इस सर्वे के मुताबिक, 10 में से 8 भारतीय ग्राहक इलेक्ट्रिक कारों से ज्यादा प्रीमियम hybrid cars लेना पसंद करेंगे।
Hybrid Cars की बढ़ती लोकप्रियता
Grant Thornton Bharat के इस सर्वे से यह साफ हुआ है कि भारतीय ग्राहकों का झुकाव अब हाइब्रिड कारों की ओर बढ़ रहा है। कुल प्रतिभागियों में से 40 प्रतिशत ने हाइब्रिड वाहनों को प्राथमिकता दी है, जबकि केवल 17 प्रतिशत लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों का चयन किया है।
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सर्वे में यह भी देखा गया कि आंतरिक दहन इंजन (ICE) वाले वाहनों की मांग अभी भी बरकरार है, क्योंकि 34 प्रतिशत ग्राहक ICE कारें खरीदने के इच्छुक हैं। यह दर्शाता है कि पूरी तरह से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के भविष्य में आने में अभी समय लगेगा।
लोग Hybrid Cars को क्यों पसंद कर रहे हैं?
हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता के कई कारण हैं। पहला मुख्य कारण यह है कि हाइब्रिड कारों में इलेक्ट्रिक वाहनों की तरह सीमित रेंज का मुद्दा नहीं होता है। हाइब्रिड कारों के साथ ग्राहकों को यह भरोसा होता है कि अगर उन्हें कहीं दूर यात्रा करनी है, तो वे कहीं भी पेट्रोल भरवा सकते हैं और अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं।
दूसरी ओर, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी सभी क्षेत्रों में पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं है। साथ ही, इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने में अधिक समय लगता है, जबकि हाइब्रिड कारों को पेट्रोल से जल्दी रिफिल किया जा सकता है।
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तीसरा बड़ा कारण है माइलेज। hybrid cars बेहतर माइलेज देती हैं, और भारतीय ग्राहक माइलेज के प्रति बेहद संवेदनशील होते हैं, जिससे hybrid cars अब आम लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं।
रोड टैक्स छूट से बढ़ी Hybrid Cars की मांग
हाइब्रिड कारों की बढ़ती मांग का एक और बड़ा कारण रोड टैक्स में छूट है। उत्तर प्रदेश राज्य में पहले मजबूत हाइब्रिड कारों पर 48 प्रतिशत टैक्स था, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर सिर्फ 5 प्रतिशत टैक्स लगता था।
प्रयागराज के व्यापारी पियूष भुटानी ने इस असमानता को चुनौती दी, जिसमें उन्होंने राज्य की ईवी नीति का हवाला दिया जिसमें हाइब्रिड्स को भी ईवी की परिभाषा में शामिल किया गया है। इस कारण कोर्ट ने उनके मामले में रोड टैक्स माफ कर दिया। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की कि मजबूत हाइब्रिड वाहनों पर रोड टैक्स माफ कर दिया जाएगा। इस निर्णय के कारण हाइब्रिड कारों की बिक्री में उछाल देखा गया है। उत्तर प्रदेश से प्रेरणा लेते हुए, कर्नाटक भी मजबूत हाइब्रिड कारों के लिए रोड टैक्स माफ करने पर विचार कर रहा है।
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Electric Car बिक्री में गिरावट
जैसा कि पहले बताया गया, इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हर महीने घट रही है। प्रमुख ओईएम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर का महीना इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सबसे कमजोर रहा। सितंबर में कुल इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 5,733 यूनिट्स रही, जो पिछले 19 महीनों का सबसे निचला आंकड़ा है।
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टाटा मोटर्स को इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में सबसे ज्यादा झटका लगा है। वर्तमान में कंपनी का मार्केट शेयर 61 प्रतिशत है, जो कि सितंबर 2023 में 68 प्रतिशत था। इसके नए मॉडल Curvv.ev ने भी बाजार में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, जो कि उसकी ईवी इकाई के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था।
वैश्विक स्तर पर EV की मांग में कमी
यह गिरावट केवल भारत में ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में कमी आई है। कई बड़े वाहन निर्माताओं जैसे Ford ने बताया कि उच्च बैटरी लागत, रेंज की चिंता और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसे कारण ईवी की बिक्री में गिरावट का कारण बने हैं। अब कई प्रमुख OEM हाइब्रिड वाहनों की रेंज को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि बिक्री को बेहतर किया जा सके।
भारतीय कार खरीदारों के लिए इसका क्या अर्थ है?
भारतीय बाजार में हाइब्रिड वाहनों की मांग बढ़ने से ग्राहकों को लाभ होगा। वर्तमान में मजबूत हाइब्रिड वाहन महंगे हैं, लेकिन जैसे ही वाहन निर्माता समझेंगे कि उन्हें उच्च ईंधन दक्षता के साथ बजट-फ्रेंडली hybrid cars पेश करनी चाहिए, भारतीय ग्राहकों को किफायती हाइब्रिड कारों के कई नए विकल्प देखने को मिल सकते हैं।
FAQs (सामान्य प्रश्न)
- भारत में ग्राहक हाइब्रिड कारों को क्यों पसंद कर रहे हैं?
- भारतीय ग्राहक हाइब्रिड कारों को उनकी लंबी दूरी की क्षमता, चार्जिंग समय की कमी, और बेहतर माइलेज के कारण पसंद कर रहे हैं।
- इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में गिरावट क्यों हो रही है?
- इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में कमी का कारण बैटरी लागत, सीमित चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और रेंज की चिंता है।
- क्या हाइब्रिड वाहनों पर रोड टैक्स में छूट मिल रही है?
- हां, उत्तर प्रदेश में हाइब्रिड वाहनों पर रोड टैक्स माफ किया गया है, और कर्नाटक भी इसी नीति पर विचार कर रहा है।
- क्या हाइब्रिड वाहन पर्यावरण के लिए बेहतर हैं?
- हाइब्रिड वाहन आंशिक रूप से पेट्रोल और इलेक्ट्रिक मोटर दोनों का उपयोग करते हैं, जिससे ये पारंपरिक आईसीई वाहनों से अधिक ईंधन कुशल और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
- क्या hybrid cars भारत में किफायती होंगी?
- जैसे-जैसे हाइब्रिड वाहनों की मांग बढ़ेगी, निर्माता अधिक किफायती hybrid cars पेश कर सकते हैं।
- क्या हाइब्रिड वाहनों की बिक्री में और बढ़ोतरी होगी?
- हां, भारतीय ग्राहकों की प्राथमिकताओं में बदलाव के कारण हाइब्रिड वाहनों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।