दिवाली का पर्व आते ही हर जगह खुशियों का माहौल होता है और लोग पटाखों के साथ इसे मनाते हैं। लेकिन कई बार पटाखों की वजह से आपकी कार को भी नुकसान हो सकता है। ऐसे में कार के डैमेज का खर्चा काफी बढ़ जाता है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि दिवाली पर पटाखों से अगर आपकी कार डैमेज हो जाए, तो इंश्योरेंस क्लेम कैसे ले सकते हैं और किन परिस्थितियों में आपका क्लेम रिजेक्ट भी हो सकता है।
Car Insurance पॉलिसी क्या होती है?
कार इंश्योरेंस पॉलिसी आपको किसी भी तरह के नुकसान से सुरक्षा प्रदान करती है। मुख्य रूप से तीन प्रकार की कार इंश्योरेंस पॉलिसी होती हैं:
- थर्ड-पार्टी कार इंश्योरेंस: यह इंश्योरेंस किसी अन्य व्यक्ति या उसकी संपत्ति को हुए नुकसान के लिए कवर देता है।
- स्टैंडअलोन पॉलिसी: यह पॉलिसी तब कवर देती है जब कार के मालिक की गलती से नुकसान होता है।
- कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस: यह पॉलिसी थर्ड-पार्टी और अपनी कार दोनों को कवर देती है। इसमें आग, दुर्घटना, ब्लास्ट या प्राकृतिक आपदाओं से कार को होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है।
दिवाली पर पटाखों से कार डैमेज होने पर कॉम्प्रिहेंसिव या स्टैंडअलोन इंश्योरेंस पॉलिसी का ही क्लेम लिया जा सकता है।
कार डैमेज होने पर क्या करना चाहिए?
अगर दिवाली के समय आपकी कार पटाखों की वजह से डैमेज हो जाती है, तो आपको कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे ताकि इंश्योरेंस क्लेम आसानी से मिल सके:
- तुरंत सूचना दें: कार डैमेज होने पर तुरंत ही अपनी इंश्योरेंस कंपनी या एजेंट को इसकी सूचना दें। इससे क्लेम प्रोसेस जल्दी शुरू हो जाएगा।
- सभी डिटेल्स रखें: अपनी कार की फोटो और घटना के समय की सभी डिटेल्स संभालकर रखें, ताकि इंश्योरेंस कंपनी को सही जानकारी मिल सके।
FIR दर्ज कराना क्यों जरूरी है?
कई बार इंश्योरेंस कंपनियां कार के डैमेज क्लेम के लिए FIR मांगती हैं। FIR कराने से एक्सीडेंट या नुकसान की सही जगह, समय और तारीख का रिकॉर्ड मिल जाता है, जो इंश्योरेंस प्रोसेस को सुगम बनाता है। इसलिए दिवाली पर किसी भी तरह के नुकसान होने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज जरूर कराएं।
ऐसे मिलेगा Car Insurance Claim
जब आप कार डैमेज के बाद अपनी इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करते हैं, तो वे आपके क्लेम की जांच करेंगे। इंश्योरेंस कंपनी का इंस्पेक्टर डैमेज का निरीक्षण करता है और आपकी क्लेम की सही स्थिति का आकलन करता है। निरीक्षण के बाद डॉक्यूमेंटेशन प्रोसेस शुरू किया जाता है, और सभी दस्तावेज़ जमा होने के बाद आपको क्लेम राशि दी जाती है।
किन कारणों से Car Insurance cilam रिजेक्ट हो सकता है?
कुछ विशेष परिस्थितियों में इंश्योरेंस कंपनी आपका क्लेम रिजेक्ट भी कर सकती है:
- इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट: अगर कार में बैटरी से चिंगारी निकलती है या वायरिंग में खराबी के कारण आग लगती है, तो क्लेम रिजेक्ट हो सकता है।
- गलत सेटिंग्स: AC या LPG गैस किट को सेट करते समय गलती होने से आग लगती है, तो क्लेम नहीं मिलेगा।
- इंटर्नल इशू: कार में ऑयल लीक, ओवरहीटिंग या इंटरनल समस्याओं से आग लगती है, तो भी इंश्योरेंस कंपनी क्लेम कवर नहीं करती है।
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FAQs (सामान्य प्रश्न)
- दिवाली पर पटाखों से डैमेज कार का क्लेम कैसे लिया जा सकता है?
- सबसे पहले इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करें, FIR दर्ज कराएं और कार डैमेज की डिटेल्स दें।
- कौन-सी इंश्योरेंस पॉलिसी पटाखों से डैमेज कवर करती है?
- कॉम्प्रिहेंसिव और स्टैंडअलोन पॉलिसी ही पटाखों से हुए डैमेज को कवर करती हैं।
- FIR दर्ज कराना क्यों जरूरी है?
- FIR में घटना की सही डिटेल्स होती हैं, जो क्लेम प्रोसेस में मदद करती हैं।
- किन परिस्थितियों में क्लेम रिजेक्ट हो सकता है?
- इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट, इंटरनल इशू, और गलत सेटिंग्स जैसी स्थितियों में क्लेम रिजेक्ट हो सकता है।
- क्या तीसरे पक्ष की पॉलिसी पटाखों से हुए नुकसान को कवर करती है?
- नहीं, थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी पटाखों या आग से कार को हुए नुकसान को कवर नहीं करती है।
- कार का क्लेम कब तक प्रोसेस होता है?
- क्लेम प्रोसेसिंग समय इंश्योरेंस कंपनी पर निर्भर करता है, लेकिन सभी दस्तावेज़ पूरे होने पर प्रक्रिया जल्दी पूरी हो जाती है।
दिवाली जैसे त्योहार के समय में थोड़ी सी सावधानी से आप अपनी कार को नुकसान से बचा सकते हैं। और अगर नुकसान हो भी जाता है, तो सही इंश्योरेंस पॉलिसी और प्रोसेस फॉलो करके आप अपना क्लेम आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।