भारत में मिलने वाली कारों में ड्राइवर की सुरक्षा के लिए मुख्य रूप से एयर बैग लगाया जाता है। एयर बैग के अलावा भी कई सेफ्टी फीचर्स होते हैं लेकिन इनमें से एयर बैग सबसे ऊपर शामिल है। आपको बता दें कि जब भी किसी कार का एक्सीडेंट होता है तो एयर बैग सबसे पहले एक्टिव हो जाता है और ड्राइवर की जान बचाने का काम करता है। हालांकि कई बार देखा गया है कि एक्सीडेंट के दौरान एयर बैग नहीं खुलता है। दरअसल कार ओनर की लापरवाही की वजह से कई बार ऐसा हो जाता है। आपके कार में ये समस्या ना आए इसके लिए आज हम आपको कुछ जरूरी टिप्स देने जा रहे हैं।
सर्विसिंग की कमी
जिस तरह से आप हर कुछ महीनों के बाद अपनी कार की सर्विसिंग करवाते हैं ठीक उसी तरह से आपकी कार में लगे हुए एयरबैग को भी सर्विसिंग की जरूरत पड़ती है। अगर कार के एयर बैग का रख-रखाव ठीक तरह से ना किया जाए तो कुछ ही सालों में ये खराब हो जाता है। जरूरत पड़ने पर ये ठीक तरह से काम नहीं करता है या खुलता नहीं है जो खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में कुछ महीनों में इसका चेकअप जरूरी है।
प्रोटेक्टिव ग्रिल
आजकल कारों में प्रोटेक्टिव ग्रिल लगाना बेहद आम हो गया है और लोग अपनी कारों के अलगे हिस्से में मेटल जी बनी हुई हैवी प्रोटेक्टिव ग्रिल लगाते हैं जिससे टक्कर होने की स्थिति में कार को नुकसान ना हो। हालांकि ऐसा करने से कई बार एक्सीडेंट के दौरान एयरबैग नहीं खुलता है। दरअसल ग्रिल की वजह से फ्रंट सेंसर काम नहीं करता है जिसकी वजह से एयरबैग जाम हो सकता है।
डैमेज एयर बैग
कई बार आपकी कार में लगा हुआ एयर बैग डैमेज रहता है लेकिन इसके बारे में आपको पता भी नहीं चलता है। जब कभी आपकी कार एक्सीडेंट का शिकार होती है तो डैमेज होने की वजह से एयर बैग काम नहीं करता है। ऐसे में आपको चोट लग सकती है। इस दिक्कत से बचने के लिए अपनी कर के एयर बैग का चेकअप जरूर करवाएं।
डुप्लीकेट एयर बैग
कई कारों में एयर बैग नहीं होता है ऐसे में लोग इसे बाहर से परचेज करते है। ऐसे में बहुत से मौकों पर लोग पैसे बचाने के चक्कर में सस्ते और डुप्लीकेट एयर बैग लगवा लेते है। हालांकि ये एयरबैग उस तरह से काम नहीं करता है जिस तरह से इसे करना चाहिए। हमेशा अच्छी क्वालिटी के एयर बैग को ही परचेज करना चाहिए।