कोरोना लॉकडाउन के चलते बहुत सारे लोग शहरों से अपने नेटिव प्लेस जा रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी लंबी ड्राइव करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको हाईवे पर ड्राइव करते समय किन बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है, इसकी जानकारी दे रहे हैं। ये टिप्स आपके सफर को किसी भी दुर्घटना से बचाने में मददगार साबित हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि वो क्या टिप्स हैं जिन्हें हाईवे पर ड्राइव करते समय दिमाग में रखना बहुत जरुरी है।
कार कंडीशन:
सबसे पहले अपने डेस्टिनेशन को सुनिश्चित करें और उसकी रोड डायरेक्शन के बारे में साधारण जानकारी जुटाएं। उदाहरण के तौर पर: नेशनल हाईवे नंबर, टोटल डिस्टेंस आदि। इसके बाद सफर शुरू करने से पहले एक बार कार को सर्विसिंग जरूर कराएं जिससे उसमें टायर्स, इंजन ऑयल, विंड वाइपर आदि में अगर कोई सुधार की जरुरत हो तो आप उसे पहले ही ठीक करा लें। यह सफर में ब्रेकडाउन की समस्या को कम करने में काफी मददगार है।
सफर शुरू करने का समय:
आप अपने सफर का कुल डिस्टेंस और समय को जांचें। इसके बाद सफर शुरू करने का समय चुनें। यह चुनाव इस हिसाब से करें की जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा सफर आप दिन के उजाले में तैय कर पाएं। दिन के उजाले में ड्राइव करना रात की तुलना में ज्यादा आसान और ज्यादा साफ विजिबिलिटी वाला होता है।
लेन ड्राइविंग:
हाईवे पर ड्राइव करते समय आपको बहुत सारी लेन नजर आती हैं। यह लेन आपको सुरक्षित ड्राइविंग करने में मदद करती हैं। हाईवे पर लेन को अलग-अलग तरीके से बांटा गया है जैसे सबसे दायीं तरफ का लेन ओवरटेक करने के लिए होता है। राइट साइड से सेकेंड नंबर का लेन हाई-स्पीड व्हीकल के लिए होता है और बिलकुल लेफ्ट साइड का लेन धीमी गति के वाहन के लिए होता है। रोड की चौड़ाई के अनुसार लेन की संख्या कम ज्यादा होती रहती है। ऐसे में आपको रोड पर दिए गए इंस्ट्रक्शन के अनुसार अपनी लेन का चयन करना होगा।
उचित दूरी बनाए रखें:
हाईवे पर तेज रफ्तार से ड्राइव करते समय आपके आगे और पीछे वाले वाहन से उचित दूरी बनकर चलें। ऐसे में अगर कोई गाड़ी अचानक ब्रेक लगाती है तो आपको समय मिल जाएगा। अपनी गाड़ी को सही से कंट्रोल करना और सही समय पर ब्रेक लगाना, गंभीर दुर्घटना से बचा सकता है।
इंडिकेटर का प्रयोग:
हाईवे पर तेज रफ्तार होने के कारण जब भी आप लेन बदलने की सोचें तो पहले अपने मिरर में पीछे वाली गाड़ी के डिस्टेंस और स्पीड को समझें। सही दिशा में इंडिकेटर दें और सावधानीपूर्वक लेन बदलें। लेन बदलने के बाद अपनी गाड़ी के इंडिकेटर को जांच लें कि वो बंद हुआ है या नहीं। अगर इंडीकेटर चालू रहेगा तो पीछे वाली गाड़ी को गलत सन्देश जाएगा।
स्पीड लिमिट:
हर हाईवे पर एक निर्धारित स्पीड लिमिट दी होती है। आपको उस हाईवे पर दिए हुए निर्देश के अनुसार सही स्पीड लिमिट में ही ड्राइव करना चाहिए, वो भी निर्धारित लेन पर। अगर आप निर्धारित स्पीड से ज्यादा धीमे ड्राइव कर रहे हैं तो हो सकता है पीछे से आने वाली गाड़ी से दुर्घटना हो जाए।
हाईवे ओवरटेकिंग:
हाईवे पर ओवरटेक करते समय आपको बहुत सारी बातों का ध्यान रखना जरुरी है। किसी गाड़ी को ओवरटेक करने से पहले उसे हॉर्न दें, डिपर दें फिर जब आगे वाली गाड़ी आपको ओवरटेक करने मौका दे तो ही आप ओवरटेक करें। ओवरटेक करते समय इंडिकेटर का जरूर प्रयोग करें जिससे आपके पीछे वाले ड्राइवर को आपके मूवमेंट के बारे में पहले इन्फॉर्म रहें और वो समय रहते उचित दूरी बनाकर ड्राइव करें। ब्लाइंड स्पॉट या शार्प टर्निंग प्वाइंट का खास ध्यान रखें। जब आप पहाड़ी इलाका में ड्राइव कर रहे हो तो ऐसी जगह पर कभी भी ओवरटेक न खुद करें और न ही दूसरे को करने दें।
टायर्स एयर प्रेशर:
जब हाई-स्पीड में लंबे समय के लिए ड्राइव करते हैं तो टायर्स गर्म हो जाते हैं और टायर्स फट जाने के कारण दुर्घटना को आमंत्रित करते हैं। ऐसे में आप घिसी हुए टायर्स का इस्तेमाल न करें। समय पर टायर्स का बैलेंसिंग और व्हील अलॉयमेंट कराकर चलें और कार कंपनी के निर्देश के अनुसार ही टायर्स में एयर प्रेशर रखें। जरुरत से ज्यादा एयर प्रेशर रखने से बचें।
मिरर ओपन:
हाईवे पर ड्राइव करते समय आपको ज्यादा सावधानी से ड्राइव करनी होती है। हाईवे पर ड्राइव करते समय विंड मिरर को ओपन कर ड्राइव करें। गाड़ी में साधारण तौर पर तीन मिरर दिए रहते हैं। एक गाड़ी के इनसाइड में रहता जो की आपको गाड़ी के ठीक पीछे के दृश्य को दर्शाता है। लेफ्ट और राइट दोनों तरफ विंड मिरर होता है जो गाड़ी के दोनों तरफ के दृश्य को दर्शाता है।
कार की विंडशिल्ड:
हाईवे पर रात के समय ड्राइव कर रहे हैं तो खास कर सर्दियों के मौसम में कोहरे के कारण साफ नहीं दिखाई देता। ऐसे में अगर आपको धुंधला दिख रहा है तो गाड़ी की विंडशील्ड को समय-समय पर साफ करते रहें। बरसात के मौसम में भी ड्राइव करते समय विंडशील्ड को समय-समय पर साफ करें जिससे आपको ड्राइविंग करते समय साफ दिखाई दे।
थकावट में ड्राइव न करें:
हाईवे पर लंबे समय से ड्राइव करने के कारण नींद या झपकी आने लगती है और यह हाईवे पर दुर्घटना का सबसे अहम कारण है। अगर आपको हाईवे पर ड्राइव करते समय नींद या झपकी आए तो साइड में रुक कर आंखों में पानी के छींटे दें। किसी शॉप पर रुक कर चाय या कॉफी का सेवन करें। सबसे अच्छा ऑप्शन यह है की हर 100 से 150 किमी ड्राइव के बाद 10 मिनट का रेस्ट दें। इससे आपको भी थकावट महसूस नहीं होगी और गाड़ी भी थोड़ी ठंडी हो जाएगी।