FASTag Update: भारत में FASTag को लेकर लंबे समय से अलग-अलग तरह की खबरें आ रही हैं, कुछ लोग इसे खरीदनें को लेकर परेशान हैं, तो कुछ इसे रिचार्ज करने के रास्ते खोज रहे हैं। हालांकि सरकार ने पोर्टल पर प्रत्येक प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई है। वहीं इस दिशा में आगे बढ़ते हुए अब फास्टैग अकाउंट से न्यूतम राशि रखने का प्रवाधान हटा दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority) ने कहा कि फास्टैग वॉलेट में न्यूनतम राशि बनाए रखने की आवश्यकता को हटाया जा रहा है। इस कदम का उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक टोल प्लाजा पर आवाजाही को आसान करना है।
क्या है कारण: बता दें, फास्टैग को खरीदते समय पैसेंजर वाहनों जैसे कार, जीप, वैन आदि के लिए अकाउंट में सिक्योरिटी के रूप में कुछ राशि रखी जाती थी। वहीं टोल प्लाजा पर गुजरते हुए अगर वाहन मालिक के फास्टैग में सिक्योरिटी के अलावा रिचार्ज नहीं है, तो उसे टोल पर परेशानी का सामना करना पड़ता था। जिसके चलते वहां लंबी कतार लग जाती थी। जिसमें अब आसानी होगी। टोल प्लाजा पार करने के बाद यदि आपके खाते में नेगिटव बैलेंस हो जाता है, तो बैंक सिक्योरिटी राशि की वसूली कर सकता है, जिसे वाहन मालिक द्वारा अगले रिचार्ज के समय पर फिर से भरना होगा।
15 फरवरी से जरूरी होगा FASTag: बताते चलें कि 2.54 करोड़ से अधिक यूजर के साथ फास्टैग ने कुल टोल संग्रह में 80 प्रतिशत योगदान दिया है। वहीं फास्टैग के माध्यम से दैनिक टोल संग्रह 89 करोड़ रुपये पार कर चुका है। फिलहाल 15 फरवरी 2021 से फस्टैग के माध्यम से टोल प्लाजा पर भुगतान अनिवार्य हो जाएगा। क्योंकि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देश भर के टोल प्लाजा पर 100 प्रतिशत कैशलेस टोल प्राप्त करने का लक्ष्य बना रहा है।
नोट: यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि आपके खात में बैलेंस अगर नहीं हैं तो स्टीकर को खरीदते समय जो सिक्योरिटी राशि आपने जमा कराई थी उससे टोल प्लाजा पर टोल काटा जाएगा।