गाड़ी की सर्विसिंग: जानिए कब और क्यों जरूरी है

क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कार की माइलेज और परफॉर्मेंस अचानक से क्यों कम हो रही है? इसके पीछे एक मुख्य कारण हो सकता है आपकी गाड़ी की नियमित सर्विसिंग न करवाना। यदि कार की समय पर देखभाल नहीं की जाए, तो यह न केवल उसके प्रदर्शन को प्रभावित करती है बल्कि लंबी अवधि में अधिक खर्च का कारण भी बन सकती है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कार की सर्विसिंग कब करानी चाहिए और इसके फायदे क्या हैं।

नई गाड़ी की सर्विसिंग

नई गाड़ी के लिए पहले साल में तीन बार सर्विसिंग करना अनिवार्य होता है।

  1. पहली सर्विस: नई कार को खरीदने के बाद पहले 1,000 किलोमीटर तक चलने पर या 1 महीने के भीतर सर्विस करवानी चाहिए।
  2. दूसरी सर्विस: 6 महीने या 5,000 किलोमीटर के भीतर।
  3. तीसरी सर्विस: 12 महीने या 10,000 किलोमीटर के भीतर।

कार निर्माता कंपनियां अपनी तरफ से एक सर्विस शेड्यूल देती हैं, जिसका पालन करना जरूरी है।

पुरानी गाड़ी की सर्विसिंग

अगर आपकी गाड़ी 5 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है, तो उसकी नियमित सर्विसिंग करवाना और भी जरूरी हो जाता है।

  • पुरानी गाड़ियों के लिए हर 3 महीने में या 5,000 किलोमीटर चलने के बाद सर्विस करवाना सही रहता है।
  • समय पर सर्विस करवाने से गाड़ी के खराब पुर्जे समय रहते बदल दिए जाते हैं, जिससे अतिरिक्त खर्च से बचा जा सकता है।

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कम इस्तेमाल होने वाली गाड़ी

अगर आपकी गाड़ी का इस्तेमाल बहुत कम होता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे सर्विस की जरूरत नहीं है।

  • कम चलने वाली गाड़ियों की सर्विस हर 6 महीने में करानी चाहिए।
  • क्योंकि खड़ी रहने के कारण गाड़ी के इंजन ऑयल और अन्य तरल पदार्थ खराब हो सकते हैं।

ज्यादा इस्तेमाल होने वाली गाड़ी

अगर आप रोजाना अपनी गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं और लंबी दूरी तय करते हैं, तो इसे नियमित अंतराल पर सर्विसिंग की आवश्यकता होती है।

  • हर 4 महीने में या 8,000 किलोमीटर चलने के बाद गाड़ी की सर्विस करवाना चाहिए।
  • ज्यादा इस्तेमाल होने से गाड़ी के इंजन और अन्य पुर्जों पर दबाव बढ़ता है, इसलिए समय पर सर्विसिंग जरूरी है।

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कार सर्विसिंग के फायदे

  1. इंजन की उम्र बढ़ती है
    नियमित सर्विसिंग से इंजन का ऑयल समय पर बदला जाता है, जिससे इंजन की परफॉर्मेंस और लाइफ बनी रहती है।
  2. पुर्जों की सुरक्षा
    खराब पुर्जों का समय रहते पता चलता है और उन्हें बदला जा सकता है, जिससे बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।
  3. माइलेज में सुधार
    नियमित सर्विसिंग से गाड़ी का माइलेज बेहतर होता है।
  4. भविष्य के खर्चों में बचत
    समय पर सर्विस करवाने से बड़ी मरम्मतों से बचा जा सकता है।
  5. ड्राइविंग अनुभव बेहतर बनता है
    गाड़ी की परफॉर्मेंस में सुधार होता है और यह स्मूथ चलती है।
  6. गाड़ी लंबे समय तक टिकती है
    नियमित देखभाल से गाड़ी की उम्र बढ़ती है।

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FAQs: गाड़ी की सर्विसिंग से जुड़े सवाल

  1. नई गाड़ी की पहली सर्विस कब करानी चाहिए?
    • पहली सर्विस 1,000 किलोमीटर या 1 महीने के भीतर करानी चाहिए।
  2. पुरानी गाड़ी की सर्विस कितने समय में करवानी चाहिए?
    • हर 3 महीने या 5,000 किलोमीटर पर।
  3. कम इस्तेमाल होने वाली गाड़ी की सर्विस कितने समय में करनी चाहिए?
    • हर 6 महीने में, भले ही वह ज्यादा न चली हो।
  4. गाड़ी की नियमित सर्विसिंग के क्या फायदे हैं?
    • इंजन की उम्र बढ़ती है, माइलेज बेहतर होता है और भविष्य के खर्चों से बचाव होता है।
  5. ज्यादा इस्तेमाल होने वाली गाड़ी की सर्विस कब करानी चाहिए?
    • हर 4 महीने या 8,000 किलोमीटर चलने के बाद।
  6. अगर गाड़ी की सर्विसिंग न कराई जाए तो क्या होगा?
    • गाड़ी की परफॉर्मेंस और माइलेज घट सकती है, और बड़ी मरम्मत का खर्च उठाना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

चाहे गाड़ी नई हो या पुरानी, कम चले या ज्यादा, उसकी सर्विसिंग सही समय पर करना बेहद जरूरी है। इससे न केवल आपकी गाड़ी का प्रदर्शन बेहतर होता है बल्कि यह लंबे समय तक टिकाऊ भी बनती है। नियमित सर्विसिंग से भविष्य में होने वाले बड़े खर्चों से बचा जा सकता है और आपका ड्राइविंग अनुभव भी सुरक्षित और स्मूथ बना रहता है।