सोशल मीडिया पर सख्ती की तैयारी की जा रही है, जिससे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म क ज्यादा से ज्यादा पारदर्शी बनाया जा सके। इस कड़ी में एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए ड्रॉफ्ट गाइडलाइन जारी की है। डिजिटल विज्ञापन की जारी नई गाइडलाइन पर 8 मार्च, 2021 तक फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद 31 मार्च, 2021 तक फाइनल गाइडलाइन को जारी किया जा सकता है। जबकि इसे लागू 15 अप्रैल 2021 तक किया जा सकता है।
क्या होगा फायदा
TOI की खबर के मुतातबिक यह गाइडलाइन खासकर उन यूजर्स के लिए है, जो पैसे लेकर पोस्ट करते हैं। ऐसे यूजर्स को नई गाइडलाइन के तहत यह बताया अनिवार्य होगा कि आखिर कौन सा सोशल मीडिया पोस्ट पेड या फिर विज्ञापन है? मौजूदा में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स बड़े पैमाने पर विज्ञापन को बिना किसी लेबल के साथ पोस्ट करते हैं। ऐसे में किसी आम यूजर के लिए यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि आखिर कौन सा पोस्ट पेड है और कौन सा पोस्ट ऑर्गेनिक है। नई गाइडलाइन Youtube, Facebook, Instagram, Snapchat समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लागू होगी। यह बिल्कुल अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) और यूके की एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी (ASA) की तरह होगी। ASCI की तरह से नई गाइडलाइन ऐसे वक्त में जारी की जा रही है, जब भारत में मोबाइल पर खासतौर पर वीडियो और डिजिटल कंटेंट की खपत बढ़ गई है।
इन चीजों को सोशल मीडिया पर ना करें पोस्ट
- सोशल मीडिया के सभी कंटेंट क्रिएटर्स को पेड कंटेंट, ऑनलाइन विज्ञापनों को हाइलाइट करना होगा।
- सोशल मीडिया पोस्ट में ‘फास्टेस्ट स्पीड’, ‘बेस्ट इन क्लास’, दोगुना बेहतर जैसे शब्दों का ना करें इस्तेमाल
- 15 सेकंड या उससे कम सेकें वाले वीडियो पर कम से कम 2 सेकंड का डिस्क्लोजर लेबल होना चाहिए।
- Youtube समेत दूसरे वीडियो प्लेटफॉर्म पर लेबल को ऐड करना होगा।
- Instagram और Facebook के डिस्क्लोजर लेबल को टाइटल की शुरुआत में शामिल करना होगा।
- Twitter पर पेड पोस्ट को हैशटैग या फिर डिस्क्लोजर लेबल के साथ पोस्ट करना होगा।