अगर मैं आपसे कहूं कि आपके दिमाग में ड्रिल के जरिए चिप फिट की जाएगी और उसे कंप्यूटर से जोड़ा जाएगा तो क्या आप मेरी बात का यकीन करेंगे? शायद कुछ लोग इस बात का यकीन कर भी लें लेकिन ज्यादातर इस बात का मजाक ही उड़ाएंगे। जाहिर सी बात है कि कोई भी इस बात को सुनकर हसेगा। लेकिन इस बात को सच किया है एलन मस्क ने। एलन मस्क दुनिया की सबसे मशहूर कंपनियों में से एक टेस्ला के चीफ एग्जिक्युटिव और स्पेस X के संस्थापक हैं। एलन मस्क ने एक ऐसा योजना बनाई है जिसमें इंसानों के दिमाग में कंप्यूटर चिप को इंस्टॉल किया जाएगा।
जानें लोगों को क्या होगा फायदा: यह योजना या तकनीक उस समेय सबसे ज्यादा मददगार साबित होगी जब व्यक्ति किसी मानसिक बिमारी से जूझ रहा होगा। इससे वो बिमारी समझकर लोगों की मदद की जा सकेगी। इस चिप का इस्तेमाल इंसानों में सुपरह्यूमन इंटेलिजेंस को इनेबल करने के लिए किया जाएगा। एलन मस्क ने करीब दो वर्ष पहले एक सिक्रेटिव कंपनी लॉन्च की थी जिसका नाम न्यूरालिंक है। इस कंपनी ने ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस तकनीक की टेस्टिंग शुरू कर दी है। एलन का कहना है कि यह डिवाइस उन लकवाग्रस्त लोगों के लिए मददगार साबित होगी जो न्यूरोलॉजिकल विकार से ग्रस्त हैं। कंपनी का मानना है कि यह तकनीक मानसिक विकारों को ठीक करना संभव बनाएगी।
दिमाग में इंस्टॉल होगी चिप: ह्यूमन ब्रेन में इसे इंस्टॉल करने से पहले इस चिप को कंपनी ने चूहों और बंदरों पर टेस्ट किया था। फिलहाल इसकी टेस्टिंग चल रही है। जैसे ही यह पूरी हो जाती है उसे लॉन्च किए जाने की उम्मीद की जा रही है। यह चिप 4x4mm की होगी। यह कई हजारों माइक्रोस्कोपिक थ्रेड से कनेक्टेड होगी। अब लोगों का सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि इसे इंसानी दिमाग कैसे इंस्टॉल किया जाएगा। इस जवाब हम दे देते हैं। इस चिप को इंसानों के दिमाग में ड्रिल करके 4 छेदों के जरिए इम्प्लांट किया जाएगा। इन थ्रेड्स के इलेक्ट्रॉड्स न्यूरल स्पाइक्स को मॉनिटर करने में सक्षम होंगे।
जानें इन इलेक्ट्रॉड्स के बारे में: इन इलेक्ट्रॉड्स के जरिए ना सिर्फ इंसानों के दिमाग को पूरी तरह से समझा जाएगा बल्कि व्यक्ति के व्यवहार में आने-वाले छोटे-बड़े बदलाव या उतार-चढ़ाव को भी समझा जाएगा। इस फीड को व्यक्ति के स्मार्टफोन ऐप में स्टोर किए जाएंगे। एलन का कहना है कि यह तकनीक चिप के जरिए इंसानी दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ पाएंगे। इसे इसी वर्ष की दूसरी तिमाही में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।
ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस ऐसे करेगा काम: इस तकनीक का नाम है। यह दिमाग में पतले थ्रेड्स के जरिए इलेक्ट्रॉड्स इम्प्लांट करने से संबंधित हैं। यह चिप और वायर के जरिए दिमागी स्कीन में संबंधित होंगे। इस चिप को पॉड से कनेक्ट किया जाएगा। यह रिमूवेबल होंगे।