Happy Teachers Day 2020: हर वर्ष 5 सितंबर को देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। ये भारत के दूसरे राष्ट्रपति और पहले उपराष्ट्रपति थे। इनका जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था। ये एक महान दार्शनिक और शिक्षक थे। इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया था। आइए जानते हैं कि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है 5 सितंबर को शिक्षक दिवस:
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को सन् 1954 में शिक्षा और राजनीति में अपने योगदान के लिए सम्मान से नवाजा गया। ये एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद और लेखक थे। इनके जन्मदिन को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने-अपने गुरुओं को धन्यवाद देते हैं।
जानें शिक्षक दिवस का इतिहास:
एक शिक्षक का फर्ज होता है कि वो बच्चों को जिम्मेदार और आदर्श नागरिक बनाएं। गुरुओं का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन उनके दोस्त मना रहे थे। उनके दोस्तों के साथ डॉ. राधाकृष्णन के विधार्थी भी मौजूद थे। तब उन्होंने कहा कि आप सब मेरे जन्मदिन को अगर मनाना चाहते हैं ये बहुत ही खुशी की बात है। लेकिन अगर मेरा जन्मदिन शिक्षकों द्वारा किए गए शिक्षा के क्षेत्र में योगदान, समर्पण और उनकी मेहनत को सम्मानित करते हुए मनाया जाए तो ज्यादा बेहतर होगा और मुझे प्रसन्नता होगी। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की इस इच्छा के तहत सन् 1962 से हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
क्या है शिक्षक दिवस का महत्व:
देखा जाए तो माता-पिता के बाद गुरु का ही स्थान है। गुरु ही हमें सही मार्ग दिखाते हैं। साथ ही हमें सफल बनाने में मदद करते हैं। इस दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। आजकल बच्चे अपने टीचर्स को गिफ्ट देकर उनका आभार व्यक्त करते हैं।