Hyundai मोटर ग्रुप ने एक घोषणा में यह बताया की उन्होंने 3 नई एयर कंडशनिंग टेक्नॉलजी बनाई है। इस टेक्नोलॉजी के जरिए अंदर की हवा की क्वालिटी को बेहतर किया जा सकता है। हवा की क्वालिटी को लेकर दुनियाभर के काफी चिंता की विषय बना हुआ है। साउथ कोरियन कार निर्माता कंपनी अपने ग्रुप के मॉडल Hyundai Venue और Kia Seltos जैसी कारों में केबिन एयर प्यूरीफायर तकनीक को पेश कर इस पर काम कर रही हैं। Hyundai कंपनी अब इस नई तकनीक के साथ अगले चरण पर जा रही है जिसमें मल्टी-एयर मोड, आफ्टर ब्लो और फाइन डस्ट इंडिकेटर शामिल है।
क्या है नए आफ्टर ब्लो टेक्नोलॉजी:
अक्सर यह देखा गया है की जब आप्कार स्टार्ट करके तुरंत AC को चालू कर दिया जाता है तो हल्की गंध महसूस होती है। इस नई तकनीक के जरिए एक बार कार का इंजन बंद होने के बाद 10 मिनट के लिए एक्टिव होता है और AC केबिन में बचे हुई हवा को सूखाता है। इस दौरान कार AC ऑटोमेटिकली बाहर की हवा को AC के अंदर आने की अनुमति देते हैं। इस तकनीक के साथ बैटरी को मॉनिटर करने के लिए इंटेलीजेंट बैटरी सेंसर (IBS) तकनीक का उपयोग किया गया है। इस तकनीक में जैसे ही बैटरी की पावर कम होती है तो आफ्टर ब्लो तकनीक काम करना बंद कर देती है तो इसमें बैटरी डिस्चार्ज होने का खतरा बिल्कुल नहीं होता है।
मल्टी एयर मोड:
मल्टी एयर मोड तकनीक के अंतर्गत ड्राइवर और पैसेंजर साइड पर एक अलग मल्टी एयर स्लॉट दिया गया है। नार्मल एयर वेंट्स के साथ, इससे हवा ज्यादा फैलाकर बाहर निकलती है। इस प्रोसेस में हवा की स्पीड में कोई कमी नहीं होती है लेकिन हवा सीधे ड्राइवर और पैसेंजर साइड की किसी निर्धारित जगह को कवर नहीं करती है बल्कि हवा को ज्यादा एरिया में फैलती है। इससे केबिन के अंदर का वातावरण बेहतर बनता है। यह ऑप्शनल है, ड्राइवर अपने इच्छा अनुसार इसे बंद या चालू कर सकते हैं।
फाइन डस्ट इंडीकेटर:
नई फाइन डस्ट इंडीकेटर तकनीक के माध्यम से वर्त्तमान समय में कार के अंदर एयर क्वालिटी को नापा जा सकता है और डिजिटल माध्यम से जानकारी दी जाती है। इलेक्ट्रिक इंस्ट्रूमेंट डिस्प्ले में एयर क्वालिटी लेवल को दिखाने के लिए इंटेगर संख्या और कलर कोडिंग का उपयोग करता है।