सऊदी अरब सरकार द्वारा हज यात्रा को लेकर अहम फैसला लिया गया है। इसके बाद हज यात्रा को लेकर लोगों के मन में मौजूद सभी अटकलें खत्म हो गई हैं। इस अहम फैसले के मुताबिक, दूसरे देशों के लोग हज यात्रा नहीं कर पाएंगे। इस नियम के तहत सऊदी अरब के नागरिकों को हज यात्रा करने को अनुमति होगी। सऊदी अरब के हज मंत्री डॉ. मुहम्मद सालेह बिन ताहेर बेन्तेन ने कहा है की कोरोना महामारी के कारण यह अहम फैसला लिया गया है। इस समय सोशल डिस्टैन्सिंग का ख्याल रखना सबसे ज्यादा जरुरी है।
इस फैसले के तहत मुहम्मद सालेह ने मुख्तार अब्बास नकवी (भारत के केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री) से फोन पर हज यात्रियों को न भेजे जाने का अनुरोध किया है जिसे सऊदी अरब के सम्मान में स्वीकार कर लिया गया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
इस फैसले से पहले हज यात्रा को लेकर दो राह बनी हुई थी की शायद कोरोना महामारी के चलते हज यात्रा को बंद कर दिया जाएगा। जबकि नए फैसले के तहत हज यात्रा को केवल विदेशी यात्रियों के लिए बंद किया गया है। हर साल करीब 2 लाख भारतीय हज यात्री पवित्र मक्का मदीना जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा की इस साल करीब 2 लाख से ज्यादा हज यात्रियों के आवेदन मिले थे। इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण विदेशी यात्री सऊदी अरब हज यात्रा के लिए नहीं जा पाएंगे। उनके द्वारा जमा किया गया पैसा उनको लौटा दिया जाएगा। पिछले साल 2 लाख हज यात्रियों में एक लाख महिलाएं थी।
सऊदी अरब में कोरोनावायरस महामारी से 1 लाख 61 हजार लोग संक्रमित पाए गए हैं और उनमें से 1 लाख 5 हजार लोगों इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। 1,307 लोगों कि कोरोनावायरस से मौत हो चुकी है। इस महामारी कि गंभीरता को देखते हुए केवल स्थानीय नागरिकों को ही हज यात्रा की अनुमति दी गई है।