तरक्की की इस दौड़ में लोग आगे निकलते जा रहे हैं और नई अपडेटेड तकनीक को अपने जीवन का हिस्सा बनाते जा रहे हैं। ऐसा ही एक बदलाव गाड़ियों के टायर में देखने को मिल रहा है। एक समय था जब लोग मजबूर थे ट्यूब और टायर दोनों इस्तेमाल करने के लिए। अब लोग ट्यूबलेस टायर को ज्यादा पसंद करते हैं। आइये जानते हैं आखिर क्यों लोग ट्यूबलेस टायर को इतनी अहमियत दे रहें हैं।
टायर्स हर वाहन के लिए बहुत अहम होते हैं क्योंकि टायर्स ही गाड़ी का वो हिस्सा है जो सीधे तौर पर जमीन से कनेक्ट रहता है। गाड़ी बिना टायर्स के एक कदम भी आगे नहीं चल सकती। ऐसे में किसी गाड़ी के टायर्स का सही होना बहुत जरुरी है। टायर्स सही न होने से इसका असर ड्राइविंग और गाड़ी की परफॉरमेंस पर भी पड़ता है और कभी-कभी दुर्घटना को भी यह आमंत्रित करता है। तो चलिए जानते हैं ट्यूबलेस टायर्स की खूबियों के बारे में।
पंचर लगाना आसान: ट्यूबलेस टायर की सबसे अहम बात यह है की ट्यूब वाले टायर के मुकाबले यह पंचर कम होता है। इसमें बहुत आसानी से पंचर लग जाता है। इसमें पंचर ठीक करने के लिए समय और मेहनत भी कम लगती है। आप खुद ही ट्यूबलेस टायर का पंचर ठीक कर सकते हैं। इसकी किट बाजार में बड़ी ही आसानी से मिल जाती है।
पंचर होने पर भी चल सकती है कुछ दूर: ट्यूबलेस टायर में पंचर हो जाने पर तुरंत हवा नहीं निकलती। ऐसे में पंचर की हालत में भी यह कुछ दूर तक चल सकती है। इसके लिए आपको सावधानी से ड्राइव करने की जरुरत होगी। पंचर हालत में ड्राइव करने पर बैलेंस नहीं बिगड़ता। ट्यूबलेस टायर की लाइफ ट्यूब वाले टायर से ज्यादा होती है और ज्यादा टिकाऊ।
अच्छी परफॉरमेंस: ट्यूबलेस टायर, ट्यूब वाले टायर की तुलना में हल्का होता है जिसके कारण गाड़ी की माइलेज बेहतर हो जाती है। ट्यूबलेस टायर जल्दी गर्म नहीं होता है। इनके इस्तेमाल से बेहतर ड्राइविंग का अनुभव मिलता है।
बेहतर सेफ्टी: सेफ्टी के नजरिए से भी ट्यूबलेस टायर ज्यादा भरोसेमंद है। इस टायर में पंचर होते ही तुरंत हवा नहीं निकलती। इस कारण चलती गाड़ी का संतुलन नहीं बिगड़ता और दुर्घटना की संभावनाओं को भी कम करता है। ऐसे वक्त पर गाड़ी को किसी सही जगह पर पार्क करने या मेकैनिक तक ले जाने का समय मिल जाता है।