कोरोनावायरस का अब तक कोई सटीक इलाज मिला नहीं है। यही कारण है कि सभी देश इस वायरस से बचाव के लिए अलग-अलग कदम उठा रहें हैं। ब्रिटेन ने कोरोना महामारी के दौर में यात्रियों के आने-जाने के लिए अनुमति दे दी गई है। ब्रिटेन ने रास्ते तो खोल दिया है, लेकिन कुछ सख्त नियमों के साथ। ब्रिटेन ने यह निर्णय पर्यटन को गति देने के लिए लिया है। लेकिन नियमों में सख्ती के कारण पर्यटन को धीमी रफ्तार मिलने की उम्मीद है। ब्रिटेन ने लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से छूट दी गई है। इसके मद्देनजर यात्रियों को एक ऑनलाइन लोकेटर फ्रॉम भरना होगा जिसमें यात्रियों को अपना कॉन्टैक्ट नंबर और यात्रा की जानकारी देनी होगी। साथ ही इस फॉर्म में पता देना होगा जहां वो दो हफ्ते तक क्वारंटाइन में रहेंगे।
ब्रिटेन में कोरोना के बचने के लिए बनाए गए नियमों को तोड़ने पर लोगों को 1000 ब्रिटिश पाउंड का जुर्माना देना होगा। नियमों को सख्ती से पालन करने के लिए, पुलिस को जरूरत के हिसाब से उचित बल प्रयोग करने की इजाजत दी गई है। इससे यात्री नियमों का सख्ती से पालन करेंगे।
ब्रिटिश एयरवेज ने संबंधित मंत्रियों को इस कार्रवाई की लिखित में जानकारी देने के बाद उचित एक्शन शुरू कर दिया है। ब्रिटिश एयरवेज ने रयान एयर और इजिजेट के साथ मिलकर एक बयान जारी किया है जिसमें सरकार से इन बातों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया है। बयान में यह कहा गया है कि यह उपाय ब्रिटिश नागरिकों से साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों पर भी लागू है।
ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने कहा कि 14 दिन का क्वारंटाइन अनिवार्य है और जीवन बचाने के लिए भी जरूरी है। भारत के मंत्री ने कहा है कि इस फैसले से पर्यटन इंडस्ट्री के लिए मुश्किलें आएंगी। इसलिए हम कर्मचारी ओर बिजनेस के लिए अच्छे पैकेज लाए है जो लोगों को पसंद आएंगे।