8 अप्रैल 2015 को प्रधान मंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत हुई थी जिसके अंतर्गत सरकार 10 लाख तक लोन देती है नॉन कॉर्पोरेट, नॉन फार्म, छोटे एंटरप्राइज को अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए | लोन प्रदान करने के लिए कुछ कमर्शियल बैंक, RRBs, स्माल फाइनेंस बैंक MFIs और NBFCs जैसे संस्थानों को जोड़ा गया है |
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कैसे आबेदन करे PMMY लोन
कोई भी साधारण व्यक्ति ऊपर दिए हुए फाइनेंसियल संस्थानों में प्रधान मंत्री मुद्रा योजना तहत लोन की आबेदन कर सकता है, इसके लिए आपको ऑनलाइन पोर्टल www.udyamimitra.in के माद्यम से आबेदन करना होगा | इस योजना में तीन भाग है शिशु, किशोर, और तरुण, यह तय करने के लिए की अपने बिज़नेस को ग्रोथ किस प्रकार है |
खैर यह योजना 2015 में लांच किया गया था अब तक एक लम्बा समय बीत चूका है | सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुल बजट 30 करोड़ में से अबतक 15.97 लाख करोड़ रुपये लोन के लिए पास किया जा चूका है |
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2019-21 के फाइनेंसियल ईयर में 11.29 करोड़ में से 6.41 लाख करोड़ रुपये लोन के तौर पर दिया जा चूका है | इस बात को फाइनेंसियल मिनिस्टर डॉ Bhagwat Kisanrao Karad जी ने लिखित में राज्य सभा में बताया है | MyGovIndia और Citizen engagement platform of Government of India के मुताबिक इस योजना के माध्यम से 2015 से 2018 के बिच में अतिरिक्त 1.12 cr एम्प्ल्योमेंट जेनेरेट हुआ है |
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MyGovIndia ने ट्वीट के माध्यम से लोन बितरण के जानकारी देते हुए कहा है की “प्रधान मंत्री मुद्रा योजना और स्टैंड उप इंडिया स्कीम भारत के उन सभी स्टार्ट उप बिज़नेस पर्सन और MSMEs के लिए है जो अपने बिज़नेस के साथ साथ एम्प्लॉयमेंट में जेनेरेट कर रहें है |”
कुल मिलकर शिशु श्रेणी के अंतर्गत लोन प्राप्त कर बिज़नेस चलने वालों में सबसे अधिक 66% फीसदी एम्प्लॉयमेंट जेनेरेट करने में सक्षम है, किशोर (19%) और तरुण (15%) पर बिरजमान है |