भारत में वाहन मोडोफिकशन एक पेचीदा विषय है | जब तक आप कानून के दायरे में रहकर वाहन की मोडोफिकशन करते है तब तक आप नियम उलंघन से बचे रहते है | जानबूझकर और बिना जाने भी अगर आप किसीभी प्रकार का वाहन सम्बंधित नियम का उलंघन करते है तो परिणाम गंभीर हो सकती है | यह तो कोई कभी वाहन मालिक नहीं चाहेगा की किसी भी कारण के लिए उनकी वाहन को ज़प्त किया जाये या कोई चालान किया जाये | इस आर्टिकल में हम आपको कुछ वाहन मॉडिफिकेशन नियम के बारे में जानकारी देरहे है जो आपको परिवहन नियम उलंघन से बचने में मदद करेगी |
कार मोडोफिकशन:
नियम के अनुशार कार की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कुछ मॉडिफिकेशन गैर कानूनी नहीं है | उदहारण के तौर पर हेडलैंप पर LED DRL को लगाना, दिन और रात के समय डेलाइट रनिंग लैंप को चालू रखना गैर कानूनी नहीं है, वशर्ते उस वक़्त कार की इंजन चालू रहना चाहिए | ऐसे में LED DRL लाइट कार को बेहतर लुक तो देता ही है साथ ही ड्राइविंग को भी काफी सुरक्षित बनाता है | भारत में इस प्रकार के कार या वाहन मॉडिफिकेशन को तह दिल से स्वागत किया है | जबकि आपको सचेत करते है की कार की बाहरी मोडोफिकशन को गैर कानूनी मना जाता है |
कार कलर
आप वाहन या कार को पूरी तरह से अलग रंग में रंग सकते है वोह भी RTO से मंजूरी लेने के बाद | इसके अतिरिक्त आप अपने वाहन के बाहरी पेंट को अधिक समय तक सुरक्षित रखने के लिए legitimately vinyl body wraps करवा सकते है वे भी बिना किसी भी प्रकार का आधिकारिक अनुमति लिए | इस प्रक्रिया से वाहन का ओरिजिनल पेंट ज्यादा दिन तक सुरक्षित रहता है |
कार टायर्स
अगर आप अपने वाहन में नए टायर्स लगवाराहें है तो लगवाने से पहले यह जरुरु सुनिश्चित करें की बदली की गई नए टायर्स वाहन के बॉडी से अधिक बाहर नहीं निकलना चाहिए और नाही अधिक बड़े साइज के लगवाना चाहिए | यह गैर कानूनी होगा | बेहतर समझने के लिए मान लीजिये की आप वाहन के बेस मॉडल के मालिक है तो आप टायरों को उच्च ट्रिम स्तर वाले टायरों से अपग्रेड कर सकते है | उदहारण के लिए WagonR VXi में 165mm वाली टायर लगी होती है और WagonR LXi में 155mm वाली टायर लगी होती है तो ऐसे में आप अपने VXI मॉडल के लिए LXI वाली टायर को अपना सकते है और यह कानून का उलंघन नहीं होगा |
आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज
आपको बाजार से स्टीयरिंग स्पिनर, बुल बार और आईआरवीएम स्क्रीन कभी नहीं लगवाना चाहिए | इसके अलावा आप बॉडी किट डोर प्रोटेक्टर रेन गॉर्ड अदि सामान आप लगवा सकते है | वाहन के अंधरुनि परिवर्तन के तौर पर आप सीट कैपेसिटी को बदल नहीं सकते यह गैर कानूनी है |
एलाय व्हील्स
आप अपने कार की रिम भी सेम साइज के एलाय रिम के साथ ही बदल सकते है | मान लीजिये की आपके पास WagonR LXi है और इसमें कंपनी फिटेड 13 इंच वाली रिम फिट होक आती है लेकिन आप इसमें 14 इंच की रिम फिट कर सकते है क्यूंकि WagonR VXi में 14 इंच की रिम कंपनी फिटेड आती है | इसका मतलब यह सुनिश्चित हुआ की आप वाहन निर्माता द्वारा जो निर्दिस्ट किये गए साइज से अधिक साइज के रिम नहीं फिट कर सकते वोह गैर कानूनी होगा |
वाहन इंजन
कार या वाहन के इंजन के मॉडिफाई करवा सकते है परन्तु इसके लिए आपको RTO की अनुमति की आवश्यकता होगी | इंजन में कुछ तरह के मोडोफिकशन कानूनी है और कुछ मोडोफिकशन गैर कानूनी है | आप काम पावर के इंजन को अधिक पावर के इंजन में बदल नहीं सकते | आप की वाहन या कार की इंजन जो कंपनी के तरफ से निर्धारित की गई है उससे अधिक पावर की नहीं होनी चाहिए |
प्रेशर हॉर्न्स
आपके वाहन में जो हॉर्न पहले से इनस्टॉल है उसका आवाज़ 80 डिबल्स से अधिक नहीं होनी चाहिए | अगर आप बाद में बाहर मार्किट से लगवाते है तो यह जरूर चेक करके लगवाए जिसकी आवाज 80 डिबल्स से अधिक न हो | नॉइज़ पोलुशन कण्ट्रोल बोर्ड के तरफ से एयर हॉर्न्स को बैन किया गया है | इसके अतिरिक्त CPCB ने मल्टी टोन म्यूजिकल हॉर्न्स को बंद कर दिया है |
वाहन की स्ट्रक्चर में कोई बदलाव नहीं करना
वाहन के स्ट्रक्चर को मॉडिफाई करना वाहन को कमजोर करता है एही कारण है की वाहन स्ट्रक्चर में परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाती | अगर आप वाहन या कार की स्ट्रक्चर में कोई परिवर्तन करते है तो इसके लिए आपको ऑटोमोटिव रिसर्च अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एआरएआई) से मंजूरी लेनी होगी |
कार की छत मॉडिफिकेशन
भारत में अगर आप एक खुली छत वाली कार लेने चाहते है तो आपको कम से कम 40 लाख रुपये खर्च करना होगा | नार्मल कार को आप मॉडिफाई करके खुली छत वाली नहीं बना सकते है यह गैर कानूनी है | इसके इलावा अगर आप भारत में कम बजट में खुली छत वाली कार का आनंद लेना चाहते है तो आप महिंद्रा थार पर निवेश कर सकते है जिसकी शुरुवाती एक्स शोरूम कीमत 13.75 लाख रुपये से है |
सस्पेंशन
अगर आप अपनी कार ड्राइविंग के अनुभव को और बेहतर करना चाहते है तो कस्टम सस्पेंशन लगवा सकते है, नई कस्टम सस्पेंशन लगवाना कोई गलत बात नहीं है | लेकिन उसके ग्राउंड क्लीरेंस के साथ कोई छेड़ छाड़ नहीं होनी चाहिए |
एग्जॉस्ट
भारत में कई राज्यों पर आपको तेज़ आवाज़ वाली एग्जॉस्ट एक आम बात है | जबकि समय समय पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा बहुत चालान भी किया जाता है | अगर आप अपने कार की एग्जॉस्ट के साथ कोई भी मोडोफिकशन करते है जो की कंपनी फिटेड मानक के हिसाब से गलत है तो वोह कानून का उलंघन मना जायेगा | कार के Exhaust के साथ मॉडिफिकेशन करने पर कार के परफॉरमेंस पर असर पड़ता है |
नोट: एक साधारण वयक्ति के लिए वाहन मोडोफिकशन नियम पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है | तो आप से निवेदन हो की जब भी आप कोई वाहन मोडोफिकशन के बारे में निर्णय ले रहें है तो जरा सोच समझ कर सुनिश्चित करे की कहीं वोह कानून का उलंघन तो नहीं होगा |